विकास की नई रफ्तार
UP New Metro Line: उत्तर प्रदेश में मेट्रो के विस्तार को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। राज्य सरकार ने अब तक एक्सप्रेसवे और सड़कों पर जो तेज़ी से काम किया है, वही अब मेट्रो परियोजनाओं पर भी देखने को मिलेगा। कैबिनेट की हरी झंडी मिलने के बाद अब नई मेट्रो लाइन बिछाने और 12 नए स्टेशन बनाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर सरकार 5,801 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है, जिसमें मेट्रो नेटवर्क को 34 किलोमीटर तक बढ़ाया जाएगा।
11 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन
इस विस्तार के पहले चरण में कुल 11.165 किलोमीटर लंबी नई मेट्रो लाइन तैयार होगी, जिस पर आने वाले समय में मेट्रो दौड़ेगी। इस लाइन में 12 स्टेशन होंगे, जिनमें से 7 अंडरग्राउंड और 5 एलिवेटेड बनाए जाएंगे। इससे शहर के पुराने और नए हिस्सों के बीच कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी।
ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
राजधानी लखनऊ और आसपास के इलाकों में बढ़ती आबादी के साथ सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव भी लगातार बढ़ रहा है। नई मेट्रो लाइन इस समस्या को काफी हद तक कम करेगी। मेट्रो संचालन शुरू होने के बाद लोगों को घंटों तक जाम में फंसने से मुक्ति मिलेगी और यात्रा समय में भी बड़ी कटौती होगी।
मोदी कैबिनेट से मंजूरी, सीएम ने जताया आभार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस नए फेज को मंजूरी दी गई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट न केवल राजधानी लखनऊ के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा, बल्कि लाखों लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को आसान बनाएगा।
पुराना लखनऊ भी होगा कनेक्ट
इस प्रोजेक्ट के तहत पुराने लखनऊ को भी मेट्रो नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। इससे अमीनाबाद, याहीयागंज, पांडेगंज और चौक जैसे भीड़-भाड़ वाले इलाकों में आने-जाने की सुविधा आसान हो जाएगी। साथ ही, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी तक पहुंचना भी बेहद सुविधाजनक होगा। यह बदलाव खासतौर पर उन लोगों के लिए राहतभरा होगा जो रोजाना इन इलाकों में आते-जाते हैं।
लाखों यात्रियों को फायदा
मेट्रो के इस विस्तार से करीब 2 लाख लोगों को रोजाना फायदा होगा। इस रूट से सफर करने वाले यात्री बड़ा इमामबाड़ा, भूलभुलैया, क्लॉक टावर और रोमी दरवाजा जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों तक आसानी से पहुंच सकेंगे। सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन की उपलब्धता बढ़ने से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी आएगी।
ये होंगे नए स्टेशन
फेज 1-B में बनाए जाने वाले 12 नए स्टेशनों के नाम हैं – वसंत कुंज, मूसाबाग, सरफराजगंज, बालागंज, ठाकुरगंज, चौक, मेडिकल चौराहा, सिटी रेलवे स्टेशन, पांडेयगंज, अमीनाबाद, गौतम बुद्ध मार्ग और चारबाग। इन सभी को एक सुचारु और आधुनिक मेट्रो नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।